- मुख्यमंत्री ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना प्राधिकरणों तथा मेरठ मण्डल की कानून व्यवस्था और विकास कार्यों की समीक्षा की
- अधिकारियों को विकास एवं जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन समयबद्ध तरीके से पूरी गुणवत्ता के साथ सुनिश्चित कराए जाने के निर्देश
- सभी प्राधिकरण जनता और जनप्रतिनिधियों
के साथ निरंतर संवाद स्थापित करें: मुख्यमंत्री - अवैध कब्जों को हटाने के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए
- आई0जी0आर0एस0 और राजस्व से
सम्बन्धित मामलों को समय से निस्तारित करें - नशे के खिलाफ अभियान में तेजी और सख्ती लाएं
- सेफ सिटी के अंतर्गत स्थापित किए जा रहे
सी0सी0टी0वी0 कैमरों की गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए - विकसित भारत संकल्प यात्रा में अधिक से अधिक
नागरिकों और योजनाओं के लाभार्थियों को शामिल किया जाए
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय, जनपद गौतमबुद्धनगर में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना प्राधिकरणों तथा मेरठ मण्डल की कानून व्यवस्था और विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को विकास एवं जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन समयबद्ध तरीके से पूरी गुणवत्ता के साथ सुनिश्चित कराए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी प्राधिकरण जनता और जनप्रतिनिधियों के साथ निरंतर संवाद स्थापित करें।
मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि प्राधिकरणों द्वारा समय से मास्टर प्लान शासन को उपलब्ध कराए जाएं। अवैध कब्जों को हटाने के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए। उन्होंने आई0जी0आर0एस0 और राजस्व से सम्बन्धित मामलों को समय से निस्तारित करने के सख्त निर्देश दिये। उन्होंने जनप्रतिनिधियों द्वारा बताई गई समस्याओं को भी गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध तरीके से निस्तारित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को नशे के खिलाफ संचालित अभियान में तेजी और सख्ती लाने के निर्देश देते हुए कहा कि नशे के सौदागरों के खिलाफ चलाये जा रहे प्रदेशव्यापी अभियान में विश्वविद्यालयों को भी जोड़ा जाए। नशे के खिलाफ अभियान में विश्वविद्यालयों द्वारा इंटरनल टीम का गठन किया जाए। शिक्षण संस्थानों के आसपास मंडराने वाले संदिग्ध लोगों की जांच-पड़ताल की जाए। विद्यार्थियों को अवैध नशे के दलदल में झोंकने वाले तत्वों को गिरफ्तार करते हुए उनकी सम्पत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई की जाए। उन्होंने मेडिकल कॉलेजों में रिहैबिलिटेशन सेंटरों की स्थापना करने के भी निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन उद्यमियों ने यहां निवेश किया है, प्रयास किया जाए कि जल्द से जल्द उनके कार्यालय यहां स्थापित हो जाएं। उन्होंने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के सम्बन्ध में अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने प्रस्तावित ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी, न्यू नोएडा डेवलपमेंट और थीम आधारित पार्कों के सम्बन्ध में भी जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सेफ सिटी के अंतर्गत स्थापित किए जा रहे सी0सी0टी0वी0 कैमरों की गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए। कंट्रोल रूम बनाकर सी0सी0टी0वी0 फुटेज को सुरक्षित रखने की व्यवस्था की जानी चाहिए। विकसित भारत संकल्प यात्रा की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें अधिक से अधिक संख्या में नागरिकों और योजनाओं के लाभार्थियों को शामिल किया जाए।
बैठक में अधिकारियों द्वारा प्रस्तुतीकरण के माध्यम से मुख्यमंत्री जी को अपशिष्ट प्रबंधन, स्टार्टअप्स, यीडा मास्टर प्लान 2041 सहित नई दिल्ली-मुम्बई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी।
बैठक में लोक निर्माण राज्य मंत्री बृजेश सिंह ,नोएडा विधायक पंकज सिंह, दादरी विधायक तेजपाल नागर, जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह, एमएलसी श्री चंद शर्मा, मंडलायुक्त मेरठ सेल्वा कुमारी जे, पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, सीईओ नोएडा प्राधिकरण लोकेश एम, सीईओ यीडा अरुणवीर सिंह और सीईओ ग्रेटर नोएडा रवि कुमार एनजी भी मौजूद रहे।
*** नैमिष प्रताप सिंह