विधान सभा अध्यक्ष कर्नाटक सहित अन्यों ने ई-विधान की व्यवस्थाओं को जाना – समझा

  • यूपी की विधान सभा की कार्रवाई में हुए पेपरलेस सहित अन्य तकनीकी व्यस्थाओं / डिजिटल प्रणाली की सफलता के जनक सतीश महाना बन रहे हैं औरों के लिए प्रेरक

लखनऊ : उतर प्रदेश की विधान सभा में कामकाज को लेकर तकनीकी सहित अन्य बदलाव पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है , जिसे देश और देश से बाहर के भी तमाम जिम्मेदार लोग देखने और इन बदलावों के प्रणेता विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना से जानने – समझने के लिए उत्तर प्रदेश आते रहते हैं। इसी क्रम में कर्नाटक विधान सभा के अध्यक्ष यू0टी0 क़ादर फ़रीद एवं सचिव तथा कर्नाटक विधान परिषद के सचिव एवं अन्य अधिकारीगण आज उत्तर प्रदेश विधान सभा में ई-विधान योजना की स्थापना एवं उसके कार्यान्वयन को देखने आए। कर्नाटक विधान परिषद के सभापति को भी इस शिष्ट मण्डल के साथ आना था,परन्तु कतिपय अपरिहार्य कारणवश वह नहीं आ सके। उत्तर प्रदेश विधान सभा में ई-विधान की योजना के सफल संचालन एवं पेपरलेस तकनीक के क्रियान्वयन की सफलता के दृष्टिगत कर्नाटक जैसी विधान सभा का उच्च स्तरीय शिष्ट मण्डल आया, जबकि बेंगलुरु आई0टी0 का केंद्र माना जाता है।

        अध्यक्ष, विधान सभा उत्तर प्रदेश,  सतीश महाना  द्वारा कर्नाटक विधान सभा के अध्यक्ष एवं अन्य प्रतिनिधिगण को उत्तर प्रदेश विधान सभा में ई-विधान तथा डिजिटल प्रणाली के विषय में विस्तार से बताया गया। कर्नाटक विधान सभा के उक्त शिष्ट मण्डल को यह अवगत कराया गया कि उत्तर प्रदेश विधान सभा की समस्त कार्यवाही इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली से संचालित होती है तथा यहां पर सभी विधायकगण इस विधा का प्रयोग करते हैं। उत्तर प्रदेश विधान सभा की पूर्ण कार्यसूची, प्रश्न प्रहर से अंत तक इलेक्ट्रॉनिक विधान की प्रणाली से संचालित किए जाने हेतु पूर्ण रूप से सुसज्जित है। उत्तर प्रदेश विधान सभा में कार्यरत इस प्रणाली के विशेषज्ञों द्वारा भी कर्नाटक के शिष्ट मण्डल के समक्ष विस्तार से प्रस्तुतीकरण किया गया। कर्नाटक विधान सभा के अध्यक्ष एवं अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश विधान सभा की अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली की सराहना की एवं पुनः यहां पर आकर इसको विस्तार से समझने हेतु समय भी मांगा है। 

उक्त शिष्ट मण्डल द्वारा विधानसभा में स्थापित डिजिटल गैलरी, जिसमें विधान सभा का सम्पूर्ण डिजिटल इतिहास है एवं डिजिटल कॉरिडोर, जिसमें समस्त माननीय सदस्यों की तस्वीरें एवं उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं को दर्शाया गया है, का अवलोकन भी किया गया। इसके अतिरिक्त विधान सभा में किए गए अन्य पुनरोद्धार कार्यों का भी उक्त शिष्ट मण्डल द्वारा निरीक्षण किया गया। कर्नाटक विधान सभा के अध्यक्ष द्वारा यह स्पष्ट रूप से अवधारणा व्यक्त की गई कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश की विधान सभा देश की सर्वश्रेष्ठ विधान सभा है। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश की विधान सभा सर्वश्रेष्ठ अत्याधुनिक प्रणाली से भी युक्त है। कर्नाटक विधान सभा के अध्यक्ष द्वारा यह भी कहा गया कि उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष के नेतृत्व एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में जो मॉडल उत्तर प्रदेश विधान सभा में प्रस्तुत किया गया है वह अनुकरणीय है और वह इसका अनुसरण भी करेंगे। बैंगलुरू जैसे अत्याधुनिक एवं तकनीकी केंद्र की विधान सभा के अध्यक्ष द्वारा यह अवधारणा व्यक्त किया जाना उत्तर प्रदेश विधान सभा के लिए एक गौरव की बात है।

कर्नाटक विधान सभा के शिष्ट मण्डल को यह भी बताया गया कि अगले चरण में उत्तर प्रदेश विधान सभा मीडिया एवं माननीय सदस्यों के संसदीय क्षेत्रों से भी डिजिटल तरीके से सम्बद्ध होने का कार्य करेगी।
शिष्ट मण्डल में मुख्य रूप से के0आर0 महालक्ष्मी, सचिव, कर्नाटक विधान परिषद , एम0के0 विशालाक्षी, सचिव, कर्नाटक विधान सभा,जे0ई0 शशिधर, निदेशक (आई0टी0) कर्नाटक विधान सभा, एस0 निर्मला, अपर सचिव, कर्नाटक विधान परिषद , ओम प्रकाश, सलाहकार , कर्नाटक विधान सभा व के0डी0 स्याला, ओ0एस0डी0 सभापति, कर्नाटक विधान परिषद् के साथ-साथ महेश करजगी,एम0 साक्षीनाथ, मोहम्मद लिब्ज़त भी उपस्थित रहे।

शिष्ट मण्डल के भ्रमण के दौरान उत्तर प्रदेश विधान सभा के मा0 सदस्य,शशांक त्रिवेदी, प्रमुख सचिव : विधान सभा प्रदीप दुबे, सचिव (कृषि): राजशेखर (आई0ए0एस0) व ई-विधान से संबंधित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।

*** नैमिष प्रताप सिंह

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