प्रधानमंत्री जी ने पूरे देश में सहकारिता आन्दोलन के प्रसार का किया प्रयास : मुख्यमंत्री योगी

सहकारिता, सबकी सहभागिता से विकास के नये-नये आयाम स्थापित कर रहासहकारिता आन्दोलन वास्तव में भारत के विकास की आत्माजिन राज्यों ने सहकारिता आन्दोलन को मजबूत किया, वह आज विकास की दौड़ में काफी आगेसहकारिता आन्दोलन को आगे बढ़ाने के लिएराज्य व केन्द्र सरकार ने अनेक उपाय कियेगोरखपुर जिला सहकारी फेडरेशन लि0 परिसर को एक बेहतरीन व्यवस्था देते हुए 20 दुकानों का निर्माण कराकर आज 20 नये परिवारांे को आजीविका का साधन दिया जा रहा, यही सहकारितावर्ष 2017 के पहले प्रदेश में 16 सहकारी बैंक ऐसे, जिनके लाइसेंस आर0बी0आई0 ने निरस्त कर दिये, वर्ष 2017 के बाद भारत सरकार एवं राज्य सरकार के सहयोग से ज्यादातर बैंक अपने पैरों पर खड़े हो सकेजिन बैंकों के लाइसेंस पहले निरस्त हो गये थे, वह फिर से किसानों की समृद्धि में सहायक बन रहेएफ0पी0ओ0 के माध्यम से गांव में ही गोदाम या वेयर हाउस बनाये जा सकते, वेयर हाउस स्थापित करने के लिए सरकार सब्सिडी दे रहीलखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद गोरखपुर में जिला सहकारी फेडरेशन लिमिटेड के नवनिर्मित काॅम्प्लेक्स का लोकार्पण किया।

उन्होंने नवनिर्मित काॅम्प्लेक्स का निरीक्षण करने के उपरान्त वहां वृक्षारोपण भी किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने पूरे देश में सहकारिता आन्दोलन के प्रसार का प्रयास किया है। उन्होंने भारत सरकार में सहकारिता मंत्रालय का गठन करने के साथ ही, देश के गृहमंत्री अमित शाह को इस मंत्रालय का दायित्व दिया है। आज देश में सहकारिता आन्दोलन तेजी के साथ बढ़ते हुए दिखाई दे रहा है। सहकारिता, सबकी सहभागिता से विकास के नये-नये आयाम स्थापित कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारिता आन्दोलन वास्तव में भारत के विकास की आत्मा रही है। जिन राज्यों ने सहकारिता के वास्तविक महत्व को समझा है, सहकारिता आन्दोलन को मजबूत किया है, वह आज विकास की दौड़ में काफी आगे निकल चुके हैं जिन राज्यों ने इसकी उपेक्षा की है, वह विकास में पिछड़ गये है। राज्य के पिछड़ने का मतलब है उस प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय में कमी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से 06 वर्ष पहले गोरखपुर जिला सहकारी फेडरेशन लि0 परिसर अतिक्रमण, अव्यवस्था व गंदगी से युक्त था। उसको एक बेहतरीन व्यवस्था देते हुए 20 दुकानों का निर्माण कराकर आज 20 नये परिवारों को आजीविका का साधन दिया जा रहा है। यही सहकारिता है। सहकारिता में सबका सहयोग लिया जाता है तथा प्राप्त होने वाले लाभ में सभी सहभागी होते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला सहकारी फेडरेशन लि0 गोरखपुर को अपनी आय बढ़ाने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने बढ़ी आय को थोड़ा-थोड़ा इकट्ठा करते हुए जमा कर पिछली देनदारी से मुक्त होने के साथ-साथ इस व्यावसायिक काॅम्प्लेक्स का निर्माण कराया। इस संस्था के पास अब आय के स्थायी स्रोत हो गये हैं। नवनिर्मित दुकानों से जिला सहकारी फेडरेशन को नियमित आय होती रहेगी। इस धनराशि का उपयोग संस्था से जुड़े हुए डेलीगेट्स एवं किसानों की सुविधा/विकास के लिए किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारिता के तहत विभिन्न कार्यक्रमों को बेहतरीन ढंग से आगे बढ़ाया जा सकता है। आमजन के द्वारा संस्था के डायरेक्टर, सभापति चुने जाएंगे। उनका एक निश्चित कार्यकाल होगा। संस्था के बायलाॅज के अनुसार उनकी कार्य पद्धति होगी। प्रत्येक किसान को बीज से लेकर बाजार तक पहंुचाने की सुविधा के साथ संस्था को मिलने वाले लाभ में उन्हें सहभागी बनाने की व्यवस्था होगी, तो सहकारिता आन्दोलन बेहतरीन ढंग से आगे बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 के पहले प्रदेश में 16 सहकारी बैंक ऐसे थे, जिनके लाइसेंस आर0बी0आई0 ने निरस्त कर दिये थे। इन सरकारी बैंकों की पूंजी ब्लाॅक हो गयी थी। इन सहकारी बैंकों में छोटे-छोटे किसानों का पैसा जमा था। उनको अपना पैसा नहीं मिल पाने के कारण वह भटकते रहते थे। वर्ष 2017 के बाद भारत सरकार एवं राज्य सरकार के सहयोग से ज्यादातर बैंक अपने पैरों पर खड़े हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारिता आन्दोलन को आगे बढ़ाने के लिए राज्य व केन्द्र सरकार ने अनेक उपाय किये हंै। पैक्स अपनी कार्य पद्धति को आगे बढ़ा सके, इसके लिए व्यवस्था दी जा रही है। किसान को समय पर बीज, खाद सहित शासन की सुविधाओं का लाभ प्राप्त हो, तो किसान खुशहाल होगा। इसका प्रभाव प्रदेश व देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि छोटी जोत के किसानों के लिए आज एफ0पी0ओ0 का गठन कर सहकारिता के माॅडल पर उसे लागू करने की आवश्यकता है। पैक्स व एफ0पी0ओ0 मिल जायेंगे, तो सभी को लाभ होगा। सभी के लिए रोजगार के अनेक अवसर सृजित हांेगे। एफ0पी0ओ0 के माध्यम से गांव में ही गोदाम या वेयर हाउस बनाये जा सकते हैं। वेयर हाउस आय का स्रोत बनेंगे, इससे बेहतरीन लाभ प्राप्त हो सकेगा। वेयर हाउस स्थापित करने के लिए सरकार सब्सिडी दे रही है। इस सुविधा का लाभ सभी को लेना चाहिए। इससे प्रेरित होकर अन्य लोग भी इस कार्य को बड़े पैमाने पर आगे बढ़ाकर लाभ प्राप्त कर सकते हंै। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले गोरखपुरवासियों के सामने अपनी पहचान का संकट था। बाहर उन्हें संदिग्ध दृष्टि से देखा जाता था। कोई भी नौजवानों को लोन नहीं देता था। जनपद में कोई भी निवेशक, निवेश करने से डरता था। जनपद में बड़े-बड़े कार्य शुरू होने से पहले ही भू-माफिया, अराजक तत्व उसमें हावी होने का प्रयास करते थे। वर्तमान में जनपद में देश व दुनिया के बड़े-बड़े उद्योगपति अपना उद्यम लगाने के लिए निरन्तर प्रयास कर रहे हैं। यह प्रदेश सरकार की सकारात्मक सोच का ही परिणाम है कि उत्तर प्रदेश की छवि पूरे देश में एक नजीर पेश कर रही है। आज प्रदेश में विकास के अनेक कार्य हो रहे हैं। हर वर्ग की आय बढ़ रही है। विकास की प्रक्रिया से हर व्यक्ति जुड़ रहा है। जिन बैंकों के लाइसेंस पहले निरस्त हो गये थे, वह फिर से किसानों की समृद्धि में सहायक बन रहे हैं। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।*** नैमिष प्रताप सिंह

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प्रधानमंत्री जी ने पूरे देश में सहकारिता आन्दोलन के प्रसार का किया प्रयास : मुख्यमंत्री योगी

सहकारिता, सबकी सहभागिता से विकास के नये-नये आयाम स्थापित कर रहासहकारिता आन्दोलन वास्तव में भारत के विकास की आत्माजिन राज्यों ने सहकारिता आन्दोलन को मजबूत किया, वह आज विकास की दौड़ में काफी आगेसहकारिता आन्दोलन को आगे बढ़ाने के लिएराज्य व केन्द्र सरकार ने अनेक उपाय कियेगोरखपुर जिला सहकारी फेडरेशन लि0 परिसर को एक बेहतरीन व्यवस्था देते हुए 20 दुकानों का निर्माण कराकर आज 20 नये परिवारांे को आजीविका का साधन दिया जा रहा, यही सहकारितावर्ष 2017 के पहले प्रदेश में 16 सहकारी बैंक ऐसे, जिनके लाइसेंस आर0बी0आई0 ने निरस्त कर दिये, वर्ष 2017 के बाद भारत सरकार एवं राज्य सरकार के सहयोग से ज्यादातर बैंक अपने पैरों पर खड़े हो सकेजिन बैंकों के लाइसेंस पहले निरस्त हो गये थे, वह फिर से किसानों की समृद्धि में सहायक बन रहेएफ0पी0ओ0 के माध्यम से गांव में ही गोदाम या वेयर हाउस बनाये जा सकते, वेयर हाउस स्थापित करने के लिए सरकार सब्सिडी दे रहीलखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद गोरखपुर में जिला सहकारी फेडरेशन लिमिटेड के नवनिर्मित काॅम्प्लेक्स का लोकार्पण किया।

उन्होंने नवनिर्मित काॅम्प्लेक्स का निरीक्षण करने के उपरान्त वहां वृक्षारोपण भी किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने पूरे देश में सहकारिता आन्दोलन के प्रसार का प्रयास किया है। उन्होंने भारत सरकार में सहकारिता मंत्रालय का गठन करने के साथ ही, देश के गृहमंत्री अमित शाह को इस मंत्रालय का दायित्व दिया है। आज देश में सहकारिता आन्दोलन तेजी के साथ बढ़ते हुए दिखाई दे रहा है। सहकारिता, सबकी सहभागिता से विकास के नये-नये आयाम स्थापित कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारिता आन्दोलन वास्तव में भारत के विकास की आत्मा रही है। जिन राज्यों ने सहकारिता के वास्तविक महत्व को समझा है, सहकारिता आन्दोलन को मजबूत किया है, वह आज विकास की दौड़ में काफी आगे निकल चुके हैं जिन राज्यों ने इसकी उपेक्षा की है, वह विकास में पिछड़ गये है। राज्य के पिछड़ने का मतलब है उस प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय में कमी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से 06 वर्ष पहले गोरखपुर जिला सहकारी फेडरेशन लि0 परिसर अतिक्रमण, अव्यवस्था व गंदगी से युक्त था। उसको एक बेहतरीन व्यवस्था देते हुए 20 दुकानों का निर्माण कराकर आज 20 नये परिवारों को आजीविका का साधन दिया जा रहा है। यही सहकारिता है। सहकारिता में सबका सहयोग लिया जाता है तथा प्राप्त होने वाले लाभ में सभी सहभागी होते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला सहकारी फेडरेशन लि0 गोरखपुर को अपनी आय बढ़ाने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने बढ़ी आय को थोड़ा-थोड़ा इकट्ठा करते हुए जमा कर पिछली देनदारी से मुक्त होने के साथ-साथ इस व्यावसायिक काॅम्प्लेक्स का निर्माण कराया। इस संस्था के पास अब आय के स्थायी स्रोत हो गये हैं। नवनिर्मित दुकानों से जिला सहकारी फेडरेशन को नियमित आय होती रहेगी। इस धनराशि का उपयोग संस्था से जुड़े हुए डेलीगेट्स एवं किसानों की सुविधा/विकास के लिए किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारिता के तहत विभिन्न कार्यक्रमों को बेहतरीन ढंग से आगे बढ़ाया जा सकता है। आमजन के द्वारा संस्था के डायरेक्टर, सभापति चुने जाएंगे। उनका एक निश्चित कार्यकाल होगा। संस्था के बायलाॅज के अनुसार उनकी कार्य पद्धति होगी। प्रत्येक किसान को बीज से लेकर बाजार तक पहंुचाने की सुविधा के साथ संस्था को मिलने वाले लाभ में उन्हें सहभागी बनाने की व्यवस्था होगी, तो सहकारिता आन्दोलन बेहतरीन ढंग से आगे बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 के पहले प्रदेश में 16 सहकारी बैंक ऐसे थे, जिनके लाइसेंस आर0बी0आई0 ने निरस्त कर दिये थे। इन सरकारी बैंकों की पूंजी ब्लाॅक हो गयी थी। इन सहकारी बैंकों में छोटे-छोटे किसानों का पैसा जमा था। उनको अपना पैसा नहीं मिल पाने के कारण वह भटकते रहते थे। वर्ष 2017 के बाद भारत सरकार एवं राज्य सरकार के सहयोग से ज्यादातर बैंक अपने पैरों पर खड़े हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारिता आन्दोलन को आगे बढ़ाने के लिए राज्य व केन्द्र सरकार ने अनेक उपाय किये हंै। पैक्स अपनी कार्य पद्धति को आगे बढ़ा सके, इसके लिए व्यवस्था दी जा रही है। किसान को समय पर बीज, खाद सहित शासन की सुविधाओं का लाभ प्राप्त हो, तो किसान खुशहाल होगा। इसका प्रभाव प्रदेश व देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि छोटी जोत के किसानों के लिए आज एफ0पी0ओ0 का गठन कर सहकारिता के माॅडल पर उसे लागू करने की आवश्यकता है। पैक्स व एफ0पी0ओ0 मिल जायेंगे, तो सभी को लाभ होगा। सभी के लिए रोजगार के अनेक अवसर सृजित हांेगे। एफ0पी0ओ0 के माध्यम से गांव में ही गोदाम या वेयर हाउस बनाये जा सकते हैं। वेयर हाउस आय का स्रोत बनेंगे, इससे बेहतरीन लाभ प्राप्त हो सकेगा। वेयर हाउस स्थापित करने के लिए सरकार सब्सिडी दे रही है। इस सुविधा का लाभ सभी को लेना चाहिए। इससे प्रेरित होकर अन्य लोग भी इस कार्य को बड़े पैमाने पर आगे बढ़ाकर लाभ प्राप्त कर सकते हंै। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले गोरखपुरवासियों के सामने अपनी पहचान का संकट था। बाहर उन्हें संदिग्ध दृष्टि से देखा जाता था। कोई भी नौजवानों को लोन नहीं देता था। जनपद में कोई भी निवेशक, निवेश करने से डरता था। जनपद में बड़े-बड़े कार्य शुरू होने से पहले ही भू-माफिया, अराजक तत्व उसमें हावी होने का प्रयास करते थे। वर्तमान में जनपद में देश व दुनिया के बड़े-बड़े उद्योगपति अपना उद्यम लगाने के लिए निरन्तर प्रयास कर रहे हैं। यह प्रदेश सरकार की सकारात्मक सोच का ही परिणाम है कि उत्तर प्रदेश की छवि पूरे देश में एक नजीर पेश कर रही है। आज प्रदेश में विकास के अनेक कार्य हो रहे हैं। हर वर्ग की आय बढ़ रही है। विकास की प्रक्रिया से हर व्यक्ति जुड़ रहा है। जिन बैंकों के लाइसेंस पहले निरस्त हो गये थे, वह फिर से किसानों की समृद्धि में सहायक बन रहे हैं। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।*** नैमिष प्रताप सिंह

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