लखनऊ : दिनांक 17-11-2023 को एसटीएफ उ0प्र0 को स्वयं का फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाकर लक्जरी वाहनों के फाइनेन्स में फर्जीवाड़ा कर करोड़ो रुपये की धोखाधडी करने वाले गैंग का वांछित अभियुक्त को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरणः 1-मुंशीलाल यादव पुत्र मोहन यादव, निवासी दृगपाल सिंह का पुरवा, नारायणपुर कला, थाना कटरा बाज़ार, जनपद गोंडा।गिरफ्तारी का स्थान/दिनांक: इंडस्ट्रियल एरिया, अनवारी, थाना कुर्सी, जनपद बाराबंकी। दिनांक 17-11-2023, समय 14.15 बजे।
एस0टी0एफ0 उ0प्र0 लखनऊ को चार पहिया वाहनों की खरीदारी व फाइनेन्स में हेराफेरी करने वाले गिरोह के सम्बन्ध में सूचनायें प्राप्त हो रही थी, जिसके सम्बन्ध मंे एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों/टीमों को अभिसूचना संकलन कर कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था, जिसके क्रम में दीपक कुमार सिंह, पुलिस उपाधीक्षक, एस0टी0एफ0, उ0प्र0 के पर्यवेक्षण में एसटीएफ मुख्यालय टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।उपनिरीक्षक तेजबहादुर सिंह के नेतृत्व में उ0नि0 हरीश सिंह चौहान, मुख्य आरक्षी विनोद यादव, मुख्य आरक्षी पवन सिंह विसेन की टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी। इसी क्रम में आज दिनांक 17-11-2023 को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुयी कि, मु0अ0स0-498/2023 धारा-419,420,467,468,471 भादवि थाना विभुतिखंड जनपद लखनऊ में वांछित अभियुक्त मुंशीलाल अनवारी औद्योगिक क्षेत्र में एक कंपनी में छिपकर रह रहा है। इस सूचना पर पूर्व से गठित टीम मय मुखबिर व मु0अ0स0 उपरोक्त के विवेचक मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान पर पहुंकर, मुखबिर की निषादेही पर अभियुक्त उपरोक्त को गिरफ्तार कर लिया गया।विस्तृत पूछताछ पर अभियुक्त उपरोक्त ने बताया कि वह पिछले कई वर्षों से चार पहिया वाहनों के फाईनेंस में अपने गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर फर्जीवाड़े का कार्य करता है। सबसे पहले अपने गैंग के सदस्यों के नाम पर विभिन्न जनपदों से चार पहिया वाहन फाईनेंस कराकर खरीदता है। कुछ किश्ते जमा करने के उपरान्त किश्तें देना बन्द कर देता है। जब लोन की देय राशि ज्यादा हो जाती है तो गाड़ी के स्वामी का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर बैंक लोन को एनपीए घोषित कराकर उनका सेटलमेंट कराकर अपने या अपने रिश्तेदारों के नाम ट्रान्सफर करा लेता है। कुछ गाड़ियों की बैंक की फर्जी एनओसी बनाकर आरटीओ आफिस के दलालों के माध्यम से उन्हें अपने या अपने रिश्तेदारों के नाम ट्रान्सफर करा लेता है। जिसे ट्रांसपोर्ट कंपनियों में लगा देता है। इस तरह के फर्जीवाडे़ को अंजाम देने के लिए फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र भी बनवा रखा है।गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध थाना विभूतिखण्ड, जनपद लखनऊ में पूर्व से पंजीकृत मु0अ0स0-498/2023 धारा-419,420,467,468,471 भादवि में दाखिल किया गया है। अग्रेतर वैधानिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
*** नैमिष प्रताप सिंह