लखनऊ : उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने आज यहां विधानभवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में टीम-09 के साथ निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु 01 नवम्बर से प्रारम्भ अभियान के संबंध मंे बैठक की। उन्होंने कहा कि गोवंश का संरक्षण एवं संवर्द्धन राज्य सरकार की प्राथमिकता है और शासन की मंशा के अनुरूप 31 दिसम्बर के बाद निराश्रित गोवंश सड़कों या खेतों में विचरण करते हुए नहीं पाये जाने चाहिए। उन्होंने टीम-09 को निर्देश दिए कि दिनांक 07, 08 व 09 नवम्बर को अपने आवंटित मण्डलों में मण्डलायुक्तों के साथ एवं जनपद स्तर पर संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करके अभियान को गति देते हुए आवश्यक व्यवस्थाओं का गहन निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए और यदि कोई कमी पाई जाती है तो उसे तत्काल दूर किया जाए।
पशुधन मंत्री ने निर्देश दिये कि मुख्यालय स्तर पर प्रगति की निरन्तर समीक्षा की जाए और निराश्रित गोवंश के संबंध में प्राप्त आंकड़ों एवं वास्तविकता का परीक्षण भी किया जाए। उन्होंने कहा कि अभियान का उद्देश्य धरातल पर दिखना चाहिए। इस अभियान में जनसहभागिता के माध्यम से किसानों एवं पशुपालकों के सुझावों एवं उनके अनुभव के आधार पर अभियान में सुझाव या बदलाव की आवश्यकता हो तो उस पर भी विचार किया जाए।
बैठक में बताया गया कि 01 नवम्बर से प्रारम्भ विशेष संरक्षण अभियान के तहत कुल 8065 गोवंश संरक्षित किये गये जिसमें नगर क्षेत्र में 1294 एवं ग्रामीण क्षेत्र में 6771 गोवंश संरक्षित किये गये हैं। कुल 1098 विशेष दस्ते गठित हैं, जिसमें शहरी क्षेत्र में 421 एवं ग्रामीण क्षेत्र में 677 टीमें गठित हैं। कुल 590 कैटल कैचर हैं, जिसमें शहरी क्षेत्र में 263 एवं ग्रामीण क्षेत्र में 327 कैटल कैचर कार्यरत हैं।
पशुधन मंत्री ने कहा कि विशेष सचिव स्तर के अधिकारियों द्वारा प्रदेश के सभी 75 जनपदों में 21, 22 व 23 नवम्बर को जाकर अभियान की समीक्षा की जाए। गोसंरक्षण केन्द्रों, गोआश्रय स्थलों के निर्माण एवं गोआश्रय स्थलों के विस्तारीकरण का कार्य पूर्ण किया जाए और कोई व्यवस्थागत कमी न रहने पाए। संरक्षित किये जाने वाले निराश्रित गोवंश के देखभाल हेतु उनके चारे, भूसे, टीन शेड, पेयजल, विद्युत आपूर्ति एवं उपचार आदि के समुचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि बधियाकरण एवं मिशन ए0आई0 (कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम) के कार्यों में तेजी लाई जाए। इन योजनाओं का प्रदेश के पशु विकास कार्यक्रमों, दुग्ध उत्पादन एवं किसानों एवं पशुपालकों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव पशुधन एवं दुग्ध विकास डा0 रजनीश दुबे ने बताया कि मंत्री जी से प्राप्त निर्देशों के क्रम में 01 नवम्बर से निराश्रित गोवंश संरक्षण का अभियान प्रारम्भ कर दिया गया है और निर्धारित अवधि में लक्ष्य प्राप्ति हेतु आवश्यक व्यवस्थायें एवं कार्य पूर्ण किये जा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि अभियान में गृह, राजस्व, पंचायतीराज, ग्राम्य विकास एवं नगर विकास से परस्पर सहयोग एवं समन्वय स्थापित कर कार्य किया जाए। निराश्रित गोवंश को संरक्षित करते समय संवेदनशीलता बरती जाए और विशेष सचल दस्ते, टैक्टर एवं कैटल कैचर की सहायता ली जाए।
बैठक में पशुधन विभाग के विशेष सचिव देवेन्द्र पांडेय, विशेष सचिव अमरनाथ उपाध्याय, पीसीडीएफ के प्रबंध निदेशक आनन्द कुमार, विशेष सचिव दुग्ध विकास राम सहाय यादव, निदेशक पशुपालन डा0 ए0के0 जादौन, अपर निदेशक गोधन डा0 जे0के0 पांडेय तथा एलडीबी के कार्यकारी अधिकारी डा0 नीरज गुप्ता उपस्थित थे।
* नैमिष प्रताप सिंह