मुख्यमंत्री ने आगामी छठ पर्व को ‘स्वच्छता और सुरक्षा’ के मानक पर्व के रूप में आयोजित करने के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध करने के निर्देश दिए

  • लोगों की आस्था का यथोचित सम्मान करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि नदियां/जलाशय दूषित न हों, लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने के लिए जागरूक करें: मुख्यमंत्री
  • उगते सूर्य को अघ्र्य देने के लिए रात्रि 1-2 बजे से ही श्रद्धालुओं/व्रतियों का आवागमन प्रारम्भ हो जाता है, ऐसे में हर जगह समुचित प्रकाश की व्यवस्था की जाए, नदी/जलाशय के घाटों की साफ-सफाई की जाए
  • प्रदेश में छठ पर्व पर स्वच्छता के दृष्टिगत ‘स्वच्छ घाट’ प्रतियोगिता कराई जाए
  • राजधानी को गरिमा के अनुरूप स्वच्छ रखा जाए, सफाई कर्मियों के मानदेय का भुगतान समय पर किया जाए
  • अवैध टैक्सी स्टैण्ड किसी भी दशा में संचालित न होने पाएं
  • लखनऊ में अधिकाधिक स्थानों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे यथाशीघ्र लगाए जाएं

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अपने सरकारी आवास पर आयोजित बैठक में आगामी छठ पर्व को ‘स्वच्छता और सुरक्षा’ के मानक पर्व के रूप में आयोजित करने के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छठ महापर्व पर पूजा/अनुष्ठान के दौरान प्रदेश में स्वच्छता का माहौल हो, इसके लिए नगर विकास और पंचायती राज विभाग द्वारा विशेष प्रयास किये जायें। लोगों की आस्था का यथोचित सम्मान करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि नदियां/जलाशय दूषित न हों। लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने के लिए जागरूक करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उगते सूर्य को अघ्र्य देने के लिए रात्रि 1-2 बजे से ही श्रद्धालुओं/व्रतियों का आवागमन प्रारम्भ हो जाता है, ऐसे में हर जगह समुचित प्रकाश की व्यवस्था की जाए। नदी/जलाशय के घाटों की साफ-सफाई की जाए तथा ट्रैफिक प्रबन्धन भी किया जाए। प्रदेश में छठ के बीच स्वच्छता के दृष्टिगत ‘स्वच्छ घाट’ प्रतियोगिता भी कराई जाए। पर्व पर आतिशबाजी की परम्परा है, ऐसे में यह ध्यान रखें कि भीड़ भाड़ के बीच आतिशबाजी न हो। सुरक्षा के दृष्टिगत सादी वर्दी में पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाए। इस अवसर पर बिजली की निर्बाध आपूर्ति की जाए।


मुख्यमंत्री ने लखनऊ की दैनिक सफाई व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि राजधानी को उसकी गरिमा के अनुरूप स्वच्छ रखा जाए। सफाई कर्मियों के मानदेय का भुगतान समय पर किया जाए। जी-20 और जी0आई0एस0 के समय जिस प्रकार पूरे महानगर की सजावट की गई थी, उसे स्थायी रूप देने की आवश्यकता है। राजधानी के सभी प्रवेश प्वाइंट्स सजाए जाएं।
मुख्यमंत्री ने नगरों में ट्रैफिक प्रबन्धन पर जोर देते हुए ई-रिक्शा, थ्री-व्हीलर के लिए रुट तय करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी कोई नाबालिग बच्चा ई-रिक्शा न चलाए। अवैध टैक्सी स्टैण्ड किसी भी दशा में संचालित न होने पाएं।
मुख्यमंत्री ने सेफ सिटी परियोजना की समीक्षा करते हुये कहा कि लखनऊ में अधिकाधिक स्थानों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे यथाशीघ्र लगाए जाएं। उद्यमी, बैंकिंग संस्थान, कारोबारी सहित आम जन द्वारा लगाये गये सी0सी0टी0वी0 कैमरों का समुचित उपयोग किया जाए। राजधानी की लाइफलाइन ‘शहीद पथ’ को सी0सी0टी0वी0 से कवर किया जाए।
*** नैमिष प्रताप सिंह

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