- *सीएम योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप बसों के पारदर्शी संचालन को किया जा रहा सुनिश्चित
- *उप्र परिवहन निगम के प्रवर्तन दल द्वारा की जा रही बसों की नियमित निगरानी
- *जांच के दौरान 4455 यात्री बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गए, 125.42 टन बिना बुक भार भी पकड़ा
लखनऊ : योगी सरकार उत्तर प्रदेश परिवहन निगम को समृद्ध बनाने के लिए प्रयासरत है। निगम से संचालित बसों के पारदर्शी संचालन के लिए योगी सरकार की तरफ से निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं प्रतिमाह निगम के प्रवर्तन दलों द्वारा नियमित जांच की जाती है। इसी क्रम में नवंबर 2023 में प्रवर्तन दलों द्वारा यूपीएसआरटीसी द्वारा संचालित बसों की कुल 116445 बार जांच की गई। इस दौरान जांच दल ने करीब 29 लाख (28 लाख 88 हजार 506 रुपये) का प्रशमन शुल्क वसूला। प्रधान प्रबंधक प्रवर्तन अशोक कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, परिवहन मंत्री एवं प्रबंध निदेशक के निर्देशों के अनुपालन में जांच दल द्वारा यूपीएसआरटीसी की संचालित बसों की जांच की जाती है। इसमें बिना टिकट यात्री, बिना बुक भार वहन, चालक/परिचालक की अल्कोहल टेस्ट आदि जांच होती है।
प्रधान प्रबंधक प्रवर्तन ने बताया कि नवंबर में जांच दलों (मुख्यालय नियंत्रित टाटा सूमो प्रवर्तन दल, इंटर सेंटर दल एवं क्षेत्रीय प्रवर्तन दल) द्वारा जांच के दौरान कुल 4455 यात्री बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गये, जबकि 125.42 टन बिना बुक भार पकड़ा गया। 8405 चालकों/परिचालकों का ब्रेथ एनलाईजर मशीन द्वारा एल्कोहल जांच की गयी।