भदोही , 14 दिसंबर : विकसित भारत संकल्प यात्रा के अंतर्गत जनपद भदोही के विकास खंड औराई एवं अभोली में इफको के ड्रोन द्वारा नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी उर्वरकों का छिड़काव विभिन्न किसानो के खेत में किया गया। किसानो में काफी उत्साह था एवं ड्रोन द्वारा नैनो उर्वरकों के छिड़काव को देखने के लिए लोगो की भीड़ थी।
नैनो उर्वरको के प्रयोग से लागत में कमी आयेगी साथ ही साथ जल, मृदा एवं पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सकता है। नैनो उर्वरकों का प्रयोग किसान अधिक से अधिक करे इसके प्रयोग से दानेदार उर्वरकों यूरिया, डीएपी की खपत कम होगी और इसपर भारत सरकार द्वारा दी जाने वाली भारी भरकम सब्सिडी का उपयोग कृषि के अन्य क्षेत्रों में करके किसान को लाभान्वित किया जा सकता है।
किसान भाई बुआई के समय दानेदार डीएपी की मात्रा आधी कर दे एवं नैनो डीएपी से 5 मिलीलीटर प्रति किलोग्राम की दर बीज को शोधित कर आधा घंटा तक रखकर बुआई कर दे ,रोपाई वाले फसलों के जड़ को 5 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी के दर से जड़ों को आधा घंटा डुबाकर रखे फिर रोपाई कर दे । नैनो डीएपी से शोधित कर बुवाई / रोपाई करने से जमाव बहुत अच्छा होता है जड़ों का विकास बहुत अच्छा होता हैं एवं कल्ले भी अधिक संख्या में निकलते हैं। किसान भाई यदि 15 लीटर के बैटरी स्प्रेयर द्वारा नैनो उर्वरकों का छिड़काव करना चाहते है तो दानेदार यूरिया एवं डीएपी की आधी मात्रा का प्रयोग करे और फ़सल जब 30-35 दिन की हो जाए तो नैनो यूरिया 4 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में एवं नैनो डीएपी 4 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करे तो पौधो का विकास बहुत अच्छा होता है लागत भी कम लगती है एवं उत्पादन भी बढ़ता है साथ ही साथ नैनो उर्वरकों के प्रयोग से जल,मृदा एवं पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सकता है और भारत सरकार द्वारा दी जाने वाली भारी भरकम सब्सिडी का प्रयोग अन्य कृषि क्षेत्रों में किया जा सकता है।
- नैमिष प्रताप सिंह