लखनऊ: क्राइसिस मैनेजमेन्ट ग्रुप, परमाणु ऊर्जा विभाग, भारत सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, लखनऊ की सहभागिता में प्रदेश में प्रथम बार परमाणु दुर्घटना से बचाव एवं सुरक्षा जैसे संवेदनशील तथा महत्वपूर्ण विषय पर 02 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम चरण (12-13 दिसम्बर, 2023) का शुभारम्भ आज दिनांक 12 दिसम्बर 2023 को दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, बक्शी का तालाब, लखनऊ में किया गया।
कार्यशाला का शुभारम्भ प्राधिकरण के वरिष्ठ सलाहकार (आपदा प्रबंधन) ब्रिगेडियर प्रमोद कुमार सिंह ने सभी अतिथिगणों का स्वागत करते हुए किया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्य मंत्री, राजस्व विभाग, उ0प्र0 अनूप प्रधान द्वारा अपने सम्बोधन में कहा कि प्राधिकरण ने प्रदेश में प्रथम बार परमाणु दुर्घटना से बचाव एवं सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषय पर कार्यशाला का आयोजन कर रहा हैं जो एक सराहनीय प्रयास है। प्राधिकरण ने समय-समय पर आपदा न्यूनीकरण के लिए महत्वपूर्ण कार्य किये हैं। जैसे जनपद-प्रयागराज, सोनभद्र, मिर्जापुर में वज्रपात की घटना को न्यून करने हेतु अर्लीवार्निग सिस्टम लगाये जाने का कार्य साथ ही बाढ आपदा को न्यून करने में सभी अधिकारियो की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। मुझे आशा है कि इस कार्यक्रम में बताये गये प्रभावी उपायों को प्रभावी रूप से आम जनता तक प्रचारित-प्रसारित किया जायेगा।
कार्यक्रम के शुभारम्भ में प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ले0 जनरल रविन्द्र प्रताप शाही (ए0वी0एस0एम0) ने कहा कि प्रदेश में प्रथम बार स्टेक होल्डर एवं आम जनता की जागरूकता एवं जानकारी के लिए परमाणु दुर्घटना से बचाव एवं सुरक्षा संबंधित कार्यशाला करायी जा रही है। उत्तर प्रदेश एक बड़ा व अधिक जनसंख्या वाला राज्य है, जहाँ विभिन्न उत्सवों एवं कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर होता रहता है। हम सभी जानते हैं कि Nuclear and Radiological पदार्थो का उपयोग कृषि, चिकित्सा, उद्योग, अनुसंधान और शिक्षा क्षेत्र में बढ़ता जा रहा है, इन पदार्थो का सुरक्षित और जिम्मेदारीपूर्ण उपयोग हमारे देश के विकास एवं कल्याण के लिए आवश्यक है।
डा0 ए0के0 नायक, अध्यक्ष, परमाणु ऊर्जा विभाग, भारत सरकार ने बताया कि परमाणु ऊर्जा विभाग, देश में Nuclear and Radiological Emergency के लिए देश में नोडल एजेंसी है। साथ ही यह इसके संबंध में सभी स्टेक होल्डरों को समय-समय पर तकनीकी सहायता, क्षमता संवर्धन जानकारी एवं जागरूकता देते रहते हैं। इसी उद्देश्य से प्रदेश में प्रथम बार यह कार्यशाला कराया जा रहा है, जो 05 चरणों में प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कराया जायेगा।
अविनाश चन्द्र, महानिदेशक, अग्निशमन विभाग ने कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कहा कि Nuclear and Radiological पदार्थो से होने वाली दुर्घटना भी एक गम्भीर खतरा है, जो हमारे जीवन, स्वास्थ्य और पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव ड़ाल सकता है, इसलिए हमे इस खतरे को रोकने और सामना करने के लिए तैयार रहना है। जिसके लिए यह कार्यशाला सभी स्टेक होल्डरों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी।
प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी राम केवल, आई0ए0एस0 ने कार्यशाला में पधारे मंत्री अनूप प्रधान एवं सभी अधिकारीगण/वैज्ञानिक का आभार व्यक्त करते हुए कहा कियह प्रशिक्षण कार्यक्रम 02 दिवस चलेगा जिसमें सभी स्टेक होल्डरों को Nuclear and Radiological पदार्थो के सुरक्षित उपयोग, नियम एवं आपात स्थिति में चिकित्सा प्रतिक्रिया इत्यादि के बारे में केस स्टडी के माध्यम से बताया जायेगा साथ ही प्राधिकरण, एन0डी0आर0एफ0/एस0डी0आर0एफ0, अमेटी यनिवर्सिटी, नोएडा, अग्निशमन विभाग द्वारा Nuclear and Radiological पदार्थो के बचाव में उपयोग आने वाले विभिन्न उपकरणों/एस0ओ0पी0 एवं गाइडलाइन की प्रदर्शिनी का स्टाल स्टेक होल्डरों की जानकारी एवं जागरूकता के लिए भी लगाया गया।
उक्त कार्यक्रम में भारत सरकार से परमाणु ऊर्जा विभाग, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, नई दिल्ली, राज्य आपदा मोचन बल, लखनऊ, एमिटी युनिवर्सिटी नोएडा तथा राज्य एवं जनपदों से मुख्य विकास अधिकारी, पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, अपर जिला अधिकारी, उपजिलाधिकारी, अधिशासी अभियन्ता, मुख्य अग्निशमन अधिकारी, आपदा विशेषज्ञ आदि लगभग 300 अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा।
कार्यक्रम में सरस सेठ, मेम्बर सेके्रटरी, परमाणु ऊर्जा विभाग, पार्थ सारथीसेनशर्मा, आई0ए0एस0 प्रमुख सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, उ0प्र0, प्राधिकरण की परियोजना निदेशक डॉ कनीज फातिमा तथा सभी अन्य अधिकारी एवं समस्त परियोजना एक्सपर्ट उपस्थित रहे।
- नैमिष प्रताप सिंह