लखनऊ : आज उत्तर प्रदेश विधान सभा में शीत सत्र के पहले दिन विधान सभा कक्ष में बैठे मंत्री दया शंकर सिंह से जब स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा लगातार हिंदू धर्म की आस्था पर प्रहार करने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने इसके लिए समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया। मंत्री दया शंकर ने कहा कि भाजपा के एक कार्यकर्ता से चुनाव हारे स्वामी प्रसाद कोई प्रवक्ता नहीं हैं, यदि वे एक बार हिन्दू आस्था का अपमान करते तो यह मान लिया जाता कि उनका व्यक्तिगत मत हो सकता है लेकिन जिस तरह से वे लगातार हिंदू आस्था पर हमलावर है , उससे यही निष्कर्ष निकलता है कि समाजवादी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व स्वामी प्रसाद मौर्य से मिलकर बहुसंख्यक हिन्दू आस्था के अपमान पर एकमत है।
*** नैमिष प्रताप सिंह