- उत्तर प्रदेश के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में प्लॉट आवंटन के जरिए आर्थिक व औद्योगिक विकास को गति देगी योगी सरकार
- झांसी, गाजियाबाद, अमेठी, अयोध्या, अलीगढ़, बरेली,आगरा, कानपुर, ट्रांस गंगा सिटी उन्नाव समेत कई इंडस्ट्रियल व कमर्शियल प्लॉट्स की होगी नीलामी
- कुल 167 प्लॉट्स का दो नीलामी चरणों में होगा आवंटन, उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने शुरू की प्रक्रिया
- पहले चरण में 20 नवंबर को 114 व दूसरे चरण में 29 नवंबर को 53 औद्योगिक व कमर्शियल प्लॉट्स की नीलामी करेगा यूपीसीडा
- 200 से लेकर 62474.70 स्क्वेयर मीटर तक के प्लॉट्स की होगी नीलामी, 4.12 लाख से लेकर 11.05 करोड़ के बीच निर्धारित की गई है रिजर्व्ड प्राइस
लखनऊ : उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियल डॉलर की इकॉनमी बनाने के लक्ष्य की ओर बढ़ रही योगी सरकार प्रदेश की आर्थिक व औद्योगिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त कर रही है। प्रदेश को प्रगति के पथ पर गतिमान बनाए रखने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप विस्तृत रोडमैप तैयार किया गया है जिस पर कार्य जारी है। राज्य के सभी औद्योगिक विकास प्राधिकरण इसी दिशा में कार्य कर रहे हैं और इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) भी एक महत्वपूर्ण प्रयास करने जा रही है। यूपीसीडा की ओर से प्रदेश भर के कई इंडस्ट्रियल रीजंस में आर्थिक व औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए मेगा ई-ऑक्शन का आयोजन किया जा रहा है। खास बात ये है कि इस मेगा ई-ऑक्शन में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप मुख्य औद्योगिक क्षेत्रों के साथ ही उपेक्षित क्षेत्रों को भी प्रमुखता दी गई है। दो चरणों में होने वाले इस मेगा ई-ऑक्शन में कुल 167 प्लॉट्स की नीलामी के लिए करोड़ों की बोली लगने की उम्मीद है। जिन जिलों के संबंधित औद्योगिक क्षेत्रों के भूखंडों की इस नीलामी प्रक्रिया में बोली लगने की उम्मीद है उनमें झांसी, गाजियाबाद, अमेठी, अयोध्या, अलीगढ़, बरेली, संभल, हमीरपुर, शाहजहांपुर, मथुरा, बागपत, हापुड़, प्रयागराज, सहारनपुर, हरदोई, आगरा, कानपुर, ट्रांस गंगा सिटी उन्नाव, एटा, हरदोई, बाराबंकी व मेरठ प्रमुख हैं।
दो चरणों में होगी नीलामी प्रक्रिया पूरी
यूपीसीडा की ओर से मेगा ई-ऑक्शन की प्रक्रिया को दो चरणों में पूरा किया जा रहा है। पहले चरण के अंतर्गत 20 नवंबर को 114 इंडस्ट्रियल प्लॉट्स के आवंटन के लिए ई-ऑक्शन निर्धारित किया गया है। वहीं, दूसरे चरण में 29 नवंबर को 53 औद्योगिक व कमर्शियल प्लॉट्स की नीलामी के लिए करोड़ों की बोली लगाई जाएगी। खास बात ये है कि विभिन्न केटेगरी के प्लॉट्स की नीलामी प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए मेगा ई-ऑक्शन में एक ओर जहां 200 स्क्वेयर मीटर के छोटे प्लॉट्स के लिए बोली लगाई जाएगी, वहीं, शाहजहांपुर में 62474.70 स्क्वेयर मीटर के इंडस्ट्रियल प्लॉट की नीलामी का मार्ग प्रशस्त होगा। उल्लेखनीय है कि बरेली रीजनल ऑफिस के तत्वावधान में शाहजहांपुर के जी.सी इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित 62474.70 स्क्वेयर मीटर के प्लॉट को इस नीलामी प्रक्रिया का सबसे बड़ा भूखंड माना जा रहा है जिसका रिजर्व्ड प्राइस 8.88 करोड़ रुपए रखा गया है। यह इस पूरी नीलामी प्रक्रिया का दूसरा सबसे महंगा प्लॉट माना जा रहा है।
ट्रांस गंगा सिटी उन्नाव में पेट्रोल-सीएनजी पंप की स्थापना के लिए लगेगी बोली
मेगा ई-ऑक्शन में जो प्लॉट सबसे ज्यादा रिजर्व्ड प्राइस का निर्धारित किया गया वह ट्रांस गंगा सिटी उन्नाव के इंडस्ट्रियल एरिया सेक्टर 1 में स्थित है। इस प्लॉट का इस्तेमाल पेट्रोल-सीएनजी पंप की स्थापना के लिए किया जाएगा और प्राइम लोकेशन पर होने के कारण यह एक बड़ा कमर्शियल एक्टिविटी रिलेटेज प्लॉट साबित होगा। उल्लेखनीय है कि इस ई-ऑक्शन में विशेष तौर पर बुंदेलखंड में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए खास तौर पर फोकस किया गया है। इसी उद्देश्य से मेगा ई-टेंडरिंग प्रक्रिया के अंतर्गत झांसी रीजनल ऑफिस के तत्वावधान में आने वाले विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों (जिनमें हमीरपुर का सुमेरपुर इंडस्ट्रियल एरिया, जालौन व उरई प्रमुख हैं) में कुल 16 प्लॉट्स की नीलामी होगी। इसी तरह, आगरा जोन के मथुरा स्थित कोसी कोतवन इंडस्ट्रियल एरिया में 38 व मैनपुरी में एक, अलीगढ़ रीजन में 10, बरेली जोन में 8, प्रयागराज के नैनी में एक, लखनऊ जोन में 16 (जिसमें संडीला इंडस्ट्रियल एरिया व बाराबंकी के एग्रो पार्क में रिक्त प्लॉट्स प्रमुख हैं), अलीगढ़ जोन में 10, गाजियाबाद में 5 व कानपुर जोन में 16 इंडस्ट्रियल प्लॉट्स के लिए बोलियां लगेंगी।
*** नैमिष प्रताप सिंह